अयोध्या: राम जन्मभूमि जैसे पवित्र स्थल के पास एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया। यहां एक गेस्ट हाउस में ठहरी महिला श्रद्धालुओं ने गेस्ट हाउस के कर्मचारी पर नहाते समय चोरी-छिपे वीडियो बनाने का गंभीर आरोप लगाया है। इस घटना ने न केवल महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं, बल्कि अयोध्या की पवित्रता को भी शर्मसार किया है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह करीब 6:30 बजे राजा गेस्ट हाउस में ठहरी एक महिला श्रद्धालु बाथरूम में नहा रही थी। इसी दौरान उसे बाथरूम के बाहर एक परछाई दिखाई दी। महिला ने गौर से देखा तो पाया कि एक युवक उसका वीडियो बना रहा था। घबराई महिला ने चीख पुकार मचाई और बाथरूम से बाहर निकली। उसकी आवाज सुनकर गेस्ट हाउस में मौजूद अन्य लोग मौके पर पहुंचे और आरोपी युवक को दौड़कर पकड़ लिया। इसके बाद उसे राम जन्मभूमि थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया।
आरोपी की पहचान और पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी को तुरंत हिरासत में ले लिया। उसकी पहचान सौरभ के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले का निवासी है और राम जन्मभूमि के वीआईपी दर्शन मार्ग गेट नंबर तीन के सामने स्थित राजा गेस्ट हाउस में काम करता था। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है। पुलिस जांच में सौरभ के मोबाइल से करीब 10 आपत्तिजनक फोटो और वीडियो बरामद हुए हैं। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सौरभ ने और किन-किन महिलाओं के गुप्त वीडियो बनाए हैं।
अयोध्या विकास प्राधिकरण का बयान
इस घटना पर अयोध्या विकास प्राधिकरण के सचिव ने कहा, "हमें पुलिस और सीओ द्वारा सूचना मिली कि राजा गेस्ट हाउस में कुछ अवैध गतिविधियां हुई हैं और महिलाओं के वीडियो बनाए गए हैं। इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। हमने पहले ही इस गेस्ट हाउस को नक्शा पास न होने की वजह से नोटिस जारी की थी। अब इसे सील कर दिया गया है।"
कैसे हुई घटना?
बताया जा रहा है कि वाराणसी से कुछ श्रद्धालु राम मंदिर दर्शन के लिए अयोध्या आए थे। उन्होंने राजा गेस्ट हाउस में दो कमरे बुक किए थे। इस ग्रुप में कुछ महिलाएं भी शामिल थीं। इसी दौरान सौरभ ने नहा रही महिलाओं का वीडियो बनाने की घिनौनी हरकत को अंजाम दिया।
महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
राम मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। दूर-दूर से परिवार और महिलाएं दर्शन के लिए पहुंचती हैं और गेस्ट हाउस में ठहरती हैं। ऐसे में इस तरह की घटना न केवल शर्मनाक है, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। यह घटना स्थानीय व्यापारियों के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर सकती है, क्योंकि ऐसी हरकतें अयोध्या की छवि को धूमिल करती हैं।
आगे क्या?
यह घटना रामनगरी में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर मौजूद खामियों को उजागर करती है। प्रशासन से अपेक्षा है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे, ताकि श्रद्धालुओं का विश्वास बना रहे और अयोध्या की पवित्रता अक्षुण्ण रहे।